Gold Silver Price: फरवरी से अप्रैल के दौरान रिकॉर्डतोड़ तेजी दिखाने के बाद मई महीने की शुरुआत सोने के लिए निराशाजनक रही है। विशेष रूप से शादी-ब्याह के इस मौसम में, जहां आमतौर पर सोने की कीमतें बढ़ती हैं, वहीं 2 मई 2025 को 24 कैरेट सोना 968 रुपये प्रति 10 ग्राम की भारी गिरावट के साथ खुला। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत 93,393 रुपये प्रति 10 ग्राम रही, जबकि GST जोड़ने के बाद यह बढ़कर 96,194 रुपये हो गई।
चांदी में दिखी मामूली तेजी
जहां सोने में गिरावट देखी गई, वहीं चांदी की कीमतों में हल्का उछाल आया। चांदी 86 रुपये महंगी होकर 94,200 रुपये प्रति किलो के भाव पर खुली। GST सहित चांदी का मूल्य अब 97,026 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। यह विपरीत प्रवृत्ति बाजार में निवेशकों के बीच दिलचस्पी का विषय बन गई है।
विभिन्न कैरेट वाले सोने के दामों में गिरावट
सिर्फ 24 कैरेट ही नहीं, बल्कि कम कैरेट वाले सोने की कीमतों में भी गिरावट आई है। 2 मई दोपहर 12:15 बजे IBJA द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 23 कैरेट सोना 964 रुपये गिरकर 93,019 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट 887 रुपये गिरकर 85,548 रुपये, 18 कैरेट 726 रुपये गिरकर 70,045 रुपये और 14 कैरेट सोना 566 रुपये की गिरावट के साथ 54,635 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
सोने में गिरावट के पीछे क्या कारण हैं?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन द्वारा कुछ अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ हटाने पर विचार करने की खबरों से वैश्विक निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। इससे सोने की ‘सुरक्षित निवेश’ वाली छवि को नुकसान पहुंचा है। इसके परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की मांग कम हुई, जिससे घरेलू बाजार में भी कीमतें गिरने लगीं।
विशेषज्ञों की राय: क्या और गिरेंगे सोने के दाम?
केडिया कमोडिटीज के प्रेसिडेंट अजय केडिया का मानना है कि सोना अब समय सुधार (टाइम करेक्शन) की अवस्था में प्रवेश कर चुका है। उनका अनुमान है कि यदि गिरावट जारी रही तो अगले अक्षय तृतीया तक सोने का मूल्य 78,000 से 80,000 रुपये तक आ सकता है। वहीं, तेजी की स्थिति में यह 1,02,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक भी पहुंच सकता है। आने वाले हफ्तों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, इसलिए निवेश से पहले सही समय का आकलन करना महत्वपूर्ण होगा।
क्या यह खरीदारी का अच्छा समय है?
2 मई को आई गिरावट उन लोगों के लिए अवसर हो सकती है जो शादी के लिए गहने खरीदना चाहते हैं या सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, कीमतें और भी गिर सकती हैं, इसलिए विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेश को चरणों में करें – कुछ अब और कुछ बाद में। निवेशकों के लिए यह समय सावधानी और विस्तृत मूल्य विश्लेषण के साथ निर्णय लेने का है।
IBJA क्या है और कीमतों में अंतर क्यों होता है?
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) देशभर के सर्राफा बाजारों से औसत दर लेकर मानक भाव जारी करता है। इसमें GST शामिल नहीं होता और विभिन्न शहरों में स्थानीय कर तथा मेकिंग चार्ज के कारण कीमतों में अंतर आता है। यही वजह है कि दिल्ली, मुंबई, जयपुर या पटना जैसे शहरों में सोने-चांदी के भाव अलग-अलग हो सकते हैं।
सावधानीपूर्वक करें निवेश और खरीदारी
सोने की कीमतों में आई इस गिरावट ने बाजार में हलचल मचा दी है, लेकिन यह रणनीतिक निवेश का अवसर भी हो सकता है। यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं या शादी-ब्याह के लिए खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं, तो वर्तमान दरों पर ध्यान देना उचित होगा। विशेषज्ञों की सलाह पर ध्यान देते हुए और बाजार की स्थिति का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करते हुए निवेश निर्णय लें।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए। सोने और चांदी की कीमतें बाजार की स्थिति, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम और अन्य कारकों के आधार पर उतार-चढ़ाव दिखाती हैं। निवेश से पहले हमेशा वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। लेखक या प्रकाशक किसी भी निवेश निर्णय के परिणामों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।